राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी की आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वैचारिक रूप से सभी भारतीय हिंदू ही हैं, कुछ लोगों ने समझ लिया है और कुछ लोग समझकर भी अंजान बनते हैं.
नागपुर में एक अखबार के कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नितिन गडकरी और देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में कहा, ‘आज घूमते हुए जो स्थिति मुझे दिखाई पड़ती है वो ये है कि हिंदू समाज यह जज करता है कि आरएसएस ये करेगा ही.’
उन्होंने कहा, ‘हिन्दुस्तान हिंदू राष्ट्र है, यह सत्य है, आरएसएस यह करेगा, सभी लोग ऐसी अपेक्षा करते हैं, इसमें कोई आपत्ति नही हैं लेकिन सभी भारतियों की चिंता करो, वैचारिक दृष्टि से सभी भारतीय हिंदू हैं.’
संघ प्रमुख ने कहा, ‘हिंदू संस्कृति और हिंदू पूर्वज और हिंदू भूमि इससे ही सभी का नाता है, बाकी किसी से भी नहीं, यह कुछ लोगों ने समझा है, कुछ लोग समझकर भी अनजान बनते हैं और कुछ लोग स्वार्थ के कारण समझना नहीं चाहते, कुछ लोग यह भूल गये हैं, लोग यह मानते है कि आरएसएस हिंदू और अन्य सब कि चिंता करता है.’
भागवत ने की थी मोदी सरकार की तारीफ
इससे करीब एक महीने पहले मुंबई में एक अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि देश में अभी जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उनकी चर्चा बुरी चीजों की तुलना में 40 गुना ज्यादा होती है.
उन्होंने कहा था कि आज के दौर में सिर्फ रोटी, कपड़ा और मकान ही नहीं, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में भी सोचना चाहिए क्योंकि आज के समाज में ये जरूरी हो गया है. भागवत ने ये बयान उत्तरी मुंबई के कांदिवली उपनगर में धनकुवरबेन बाबूभाई ढाकन अस्पताल (सुवर्णा अस्पताल) के उद्घाटन के मौके पर दिया था.
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि आज देश के उत्कर्ष का कारण सरकार की नीतियां और सरकार में जिम्मेदार लोग हैं. साथ ही कहा था कि चीज़ें इसलिए भी सुचारू रूप से चल रही हैं, क्योंकि कुछ लोग कुछ नहीं करते हैं. अगर वे काम करेंगे तो दिक्कतें होंगी.
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