लखनऊ में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने यूट्यूब वीडियोज और बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर की वेबसीरीज ‘Farzi’ देखकर कर नकली नोट छापना सीखा और फिर उन्हें खपाना शुरू किया था. पुलिस ने इनके पास से 500, 200 और 100 रुपये के बड़ी मात्रा में नकली नोट बरामद किए हैं. गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, बीते दिन (28 अगस्त) लखनऊ पुलिस ने मड़ियांव में वेब सीरीज देखकर नकली नोट छापने वाले गैंग के सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया गैंग प्रिंटर के जरिए 500, 200 और 100 रुपये के नोट छापता था और इंस्टाग्राम, टेलीग्राम व फेसबुक से कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक इनका धंधा कर रहा था. इसमें नकली नोटों के खेल के और भी कई सौदागर शामिल थे.
पुलिस को गैंग से बरामद मोबाइल फोन के जरिए राजस्थान, पंजाब हरियाणा, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल में नकली नोट के सौदागरों के बारे में भी जानकारी हासिल हुई है. फिलहाल, उनकी धरपकड़ के प्रयास तेज कर दिए गए हैं.
इस गैंग के सरगना का नाम रवि प्रकाश पांडेय है. पुलिस ने उसको पांच साथियों संग गिरफ्तार किया है. यह गैंग सोशल मीडिया के जरिए अपने इस गैरकानूनी धंधे को बढ़ा रहा था. इसमें रवि के साथ-साथ विकास दुबे, विकास सिंह, विकास भारद्वाज और उत्कर्ष द्विवेदी शामिल हैं.
लखनऊ पुलिस को इनके पास से 3 लाख 20 हजार रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं. पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला 20,000 के एवज में 1 लाख के नकली नोटों की सप्लाई की जाती थी. नकली नोटों की सप्लाई के लिए इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और फेसबुक के जरिए खरीदार और सप्लायर से संपर्क किया जाता था. शुरुआती जांच में पता चला है कि उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में भी इनका जाम फैला हुआ है.
डीसीपी उत्तरी, कासिम अब्दी का कहना है कि हमे इस गैंग से जुड़े कई अन्य लोगों के बारे में अहम जानकारी हाथ लगी है. उम्मीद है कि जल्द इस सिंडिकेट में शामिल कुछ और लोग भी गिरफ्तार होंगे. यह गैंग असल नोट के जैसे नकली नोट छापता था. नकली नोट ऐसे हैं कि आसानी से कोई भी व्यक्ति पकड़ नहीं सकता.
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