बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को जान से मारने की धमकी देने वाले अनीस अंसारी को कोर्ट से जमानत मिल गई है. अनीस यूपी के बरेली का रहने वाला है. उसने सोशल मीडिया पर धीरेंद्र शास्त्री को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसपर हिंदू संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई और बरेली पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था.
बता दें कि अनीस अंसारी नाम के युवक ने इंस्टाग्राम पर धमकी भरा पोस्ट लिखा था. उसने धीरेंद्र शास्त्री को कहा था कि ‘बाबा की मौत मंडरा रही है…’ जिसे लेकर हिंदू जागरण मंच के लोगों ने शिकायत की तो बरेली पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने अनीस पर केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. बाद में अनीस को कोर्ट में पेश किया गया, जहां बीते दिन उसे जमानत मिल गई. बताया गया कि अनीस पर जमानती धाराएं लगी थीं.
परिवार के लोगों ने मांगी माफी
वहीं, इस पूरे घटनाक्रम में अनीस के परिवार के लोगों ने माफी मांगी है. उनका कहना है कि युवक नादान है. पढ़ने-लिखने वाला बच्चा है, नादानी में ऐसा कर दिया है जिसको लेकर हम बेहद शर्मिंदा हैं. परिजनों ने कहा कि उसको माफ कर दिया जाए क्योंकि यदि सजा हुई है तो उसका करियर बर्बाद हो जाएगा.
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अनीस के परिवार के लोगों ने आगे बताया कि वह इस समय कॉलेज में पढ़ रहा है. उसके पिता और चाचा मेहनत-मजदूरी करते हैं. अनीस के चाचा ने कहा कि उसे गलती की सजा मिली है. हमने उसे मारा-पीटा भी है. अब उसे माफ कर दिया जाए यही अपील है.
बरेली के मौलाना ने की थी युवाओं से अपील
दरगाह आला हजरत के प्रचारक मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा था कि ऐसी हिंसात्मक सोच को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता. धीरेंद्र शास्त्री से विचार से सहमति हो या ना हो यह अलग बात है, मैं भी उनके हिंदू राष्ट्र के विचार पर सहमत नहीं हूं, मगर यह बात कबूल नहीं है कि उनको जान से मारने की धमकी दी जाए. या फिर उनके खिलाफ अपशब्द बोले जाएं. सोशल मीडिया पर इस तरह का दुष्प्रचार न किया जाए, यह गलत है.
मौलाना ने आगे कहा कि नौजवान लोग जज्बात में बह जाते हैं, फिर तनाव पैदा होता है. इसलिए मैं नौजवानों से अपील करना चाहता हूं, खासतौर पर मुस्लिम नौजवानों से कि वह ऐसी हरकतें ना करें और किसी भी रहनुमा के ऊपर टीका टिप्पणी न करें. धमकी देना या अपशब्द कहना यह समाज को तोड़ने जैसा है. मैं इसे सहमत नहीं हूं.
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