कोलकाता41 मिनट पहले
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मोहन बागान का यह 17वां खिताब है।
मोहन बागान सुपर जाइंट्स ने 23 साल बाद डूरंड कप का खिताब जीत लिया है। रविवार को कोलकाता में खेले गए फाइनल में मोहन बागान ने ईस्ट बंगाल को 1-0 से हराया। 62वें मिनट में मोहन बागान के एक खिलाड़ी को रेड कार्ड दिए जाने के बाद टीम को आखिरी समय तक 10 खिलाड़ियों से खेलना पड़ा।
मोहन बागान का यह 17वां खिताब है। आखिरी बार साल 2000 में महिंद्रा यूनाईटेड को गोल्डन गोल के जरिए हराकर खिताब जीता था।
मोहन बागान के लिए इकलौता गोल दिमित्री पेट्राटो ने की
हाफ तक दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। वहीं मैच के 62वें मिनट में मोहन बागान के अनिरुद्ध थापा को रेड कार्ड दिए जाने पर बाहर जाना पड़ा। जिसके बाद मोहन बागान को करीब 30 मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा। वहीं मैच के 71वें मिनट में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी दिमित्री पेट्राटोस ने गोल कर मोहन बागान को 1-0 से बढ़त दिला दी। ये बढ़त अंत तक बरकरार रहा।
मोहन बागान ने डूरंड कप आखिरी बार साल 2000 में महिंद्रा यूनाईटेड को गोल्डन गोल के जरिए हराकर खिताब जीता था।
मोहन बागान ने 2004 के हार का बदला लिया
मोहन बागान ने ईस्ट बंगाल से 2004 के फाइनल में हार का बदला ले लिया। इस मैच में उन्हें 1-2 से शिकस्त मिली थी। वहीं ईस्ट बंगाल 11 साल से राष्ट्रीय स्तर पर कोई खिताब नहीं जीत पाई हैं। ईस्ट बंगाल ने आखिरी खिताब 2012 में फेडरेशन कप में जीता था।
मोहन बागान को मिले 60 लाख रुपए
वहीं डूरंड कप विजेता मोहन बागान को 60 लाख रुपए मिले। जबकि रनरअप रही ईस्ट बंगाल को 30 लाख रुपए मिले। वहीं मोहम्मदन स्पोर्टिंग क्लब के डेविड लालह्लानसांग गोल्ड बूट रहे। उन्हें लाख मिले। जबकि इमामी ईस्ट बंगाल के प्रभाशुकन गिल गोल्ड गलव्स रहे। उन्हें 3 लाख रुपए मिले। वहीं इमामी ईस्ट बंगाल के नंदकुमार शेखर को गोल्डन बॉल का खिताब दिया गया।
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