टेलीकॉम गेटवे को बाईपास कर इंटरनेशनल कॉल कराने वाले एक गिरोह को यूपी एटीएस ने बेनकाब कर दिया है. ये गैंग यूपी के आजमगढ़ और मिर्जापुर से ऑपरेट कर रहा था. इस गैंग के शातिर सदस्य मोबाइल से की जाने वाली इंटरनेशनल कॉल को नॉर्मल कॉल में बदल देते थे. एटीएस की टीम ने इस गैंग से जुड़े 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, आजमगढ़ और मिर्जापुर में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वाला यह गिरोह सिम बॉक्स के जरिए इंटरनेशनल कॉल कराता था. पुख्ता जानकारी मिलने के बाद यूपी एटीएस की टीम ने दबिश देकर इस गिरोह के पांच सदस्यों को आजमगढ़ से और एक सदस्य को मिर्जापुर से गिरफ्तार किया है. ये भी मिलकर अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने का काम करते थे.
एटीएस की टीम ने आजमगढ़ और मिर्जापुर में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करते हुए 7 सिम बॉक्स, 234 प्री-एक्टीवेटेड सिम, 9 नेपाली सिम, 79 मोबाइल फोन, तीन लैपटॉप और 21 राउटर मॉडेम बरामद किए हैं.
एटीएस के मुताबिक, मिर्जापुर जिले के कोतवाली क्षेत्र से मुन्ना कुरैशी और आजमगढ़ जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र, सरायमीर निजामाबाद और सिधारी थाना क्षेत्र में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वाले पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं.
एटीएस के हवाले से बताया गया कि इस गिरोह के लोग इंटरनेशनल कॉल को सिम बॉक्स के जरिए बाईपास कर नॉर्मल कॉल में तब्दील कर कॉलिंग करते थे. आपको बता दें कि Voip based इंटरनेट कॉलिंग पर किसी भी भारतीय सुरक्षा एजेंसी की नजर नहीं रहती है. दूसरी तरफ अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के जरिए इंटरनेशनल कॉलिंग से मिलने वाला टैक्स भी चोरी किया जाता है.
क्या है सिम बॉक्स और कैसे करता है काम?
सिम बॉक्स एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होती है, जो अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालक रखते हैं. सिम बॉक्स कई तरह के होते हैं, जिसमें एक साथ कई सिम लगाकर कॉल होती है. किसी सिम बॉक्स में 64, किसी में 128 और किसी में 256 सिम तक एक साथ लगाकर अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाया जाता है.
अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का इस्तेमाल विदेश में बात करने के लिए सर्वाधिक किया जाता है क्योंकि आईएसडी कॉल महंगी होती हैं और जब अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के जरिए कॉल होती है तो इस पर लोकल कॉल का चार्ज लिया जाता है.
जब भी कोई व्यक्ति विदेश में बात करना चाहता है तो कॉलर के नंबर को नियमतः भारत सरकार के टेलीकॉम गेटवे से होकर बात करवाई जाती है. यानी टेलीकॉम गेटवे से विदेश में होने वाली हर आईएसडी कॉल पर भारत सरकार की नजर होती है. उसे पता होता है कि किस नंबर से कहां कॉल की जा रही है.
मगर, जब यही बात सिम बॉक्स के जरिए अवैध टेलीफोन एक्सचेंज से होती है तो यह टेलीकॉम गेटवे को बाईपास कर होती है. कॉलर जिस नंबर पर कॉल करना चाहता है, सिम बॉक्स के जरिए इंटरनेशनल कॉल को लोकल कॉल के नंबर पर कन्वर्ट कर कॉल करवाता है. इससे आईएसडी कॉल के बजाय लोकल कॉल का चार्ज लगता है.
www.aajtak.in
Source link