स्पोर्ट्स डेस्ककुछ ही क्षण पहले
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तस्वीर कोलंबो के आर प्रेमदासा क्रिकेट स्टेडियम की है। जहां एशिया कप के 6 मैच खेले जाने थे, लेकिन शहर में भारी बारिश हो रही है। अब ये मुकाबले कोलंबो की जगह हंबनटोटा में खेले जाएंगे।
एशिया कप में सोमवार को भारत के लगातार दूसरे मैच में बारिश ने खलल डाला। पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच बेनतीजा रहा, जबकि दूसरे मैच की दूसरी पारी को 50 से घटाकर 23 ओवर का करना पड़ा। नेपाल को हराकर भारत तो सुपर-4 स्टेज में पहुंच गया, लेकिन श्रीलंका में बारिश के बीच हो रहे एशिया कप ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के मैनेजमेंट की पोल खोल दी है।
सुपर-4 स्टेज के 6 में से 5 मैच कोलंबो में खेले जाने थे। लेकिन शहर में बाढ़ जैसे हालात हैं और अगले 10 दिनों तक शहर में भारी बारिश की चेतावनी है। इस कारण सुपर-4 के मैच कोलंबो से हंबनटोटा शहर में शिफ्ट कर दिए गए हैं।
बड़ा सवाल यह है कि अगर पहले से पता था कि सितंबर महीने में दूसरे सप्ताह के बाद श्रीलंका में बारिश बहुत होती है तो फिर वहां एशिया कप कराया ही क्यों जा रहा है? भास्कर ने ये सवाल जब श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से पूछा तो बोर्ड अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘श्रीलंका में एशिया कप कराने का फैसला हमने नहीं लिया। ये फैसला एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) का है, आपको उनसे ही सवाल पूछना चाहिए।’ यानी बोर्ड ने साफ तौर पर ACC को इस मिस-मैनेजमेंट के पीछे जिम्मेदार बताया है।
बीच टूर्नामेंट में लिया वेन्यू शिफ्ट करने का फैसला
एशिया कप में आज ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच लाहौर में खेला जाएगा। 6 सितंबर को लाहौर में सुपर-4 स्टेज का पहला मैच होगा। फिर 2 दिन के गैप के बाद 9 सितंबर से कोलंबो में सुपर-4 स्टेज के बाकी 5 मैच खेले जाने थे। इस बीच कोलंबो शहर में बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए। आखिरकार एशियन क्रिकेट काउंसिल ने सोमवार को सुपर-3 के मैच कोलंबो से हंबनटोटा शिफ्ट किया गया। वेदर रिपोर्ट्स के अनुसार, कोलंबो में 17 सितंबर तक तेज बारिश की संभावना है।
अगली तस्वीर में देखिए सुपर-4 स्टेज का पुराना शेड्यूल और साथ ही यह भी जानिए कि वहां किस दिन कितनी बारिश की संभावना है।
पाकिस्तान को मिली थी मेजबानी
दरअसल, एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को मिली थी। टूर्नामेंट के सभी 13 मैच पाकिस्तान में होने थे, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम को पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया। इसके बाद ACC चीफ जय शाह ने PCB के साथ मीटिंग की और तय किया कि टूर्नामेंट के 4 मैच पाकिस्तान और 9 मैच श्रीलंका में होंगे। पहले पाकिस्तान बोर्ड इससे सहमत नहीं था। वह पाकिस्तान में ही मैच कराना चाहता था। बाद में वह BCCI के दबाव में झुक गया। हालांकि, श्रीलंका की जगह यूएई PCB की पसंद था।
कोलंबो ही क्यों चुना, पहले ही दाम्बुला या हंबनटोटा क्यों नहीं चुना?
श्रीलंका के 5 शहरों में 7 इंटरनेशनल स्टेडियम हैं। कोलंबो में 3 और बाकी 4 शहरों में एक-एक स्टेडियम है। एशिया कप के 9 मैच कैंडी और कोलंबो शहर को मिले थे। गॉल, हंबनटोटा और दाम्बुला में मैच नहीं कराए गए। दाम्बुला सितंबर के दौरान श्रीलंका का सबसे सूखा एरिया रहता है, लेकिन श्रीलंका बोर्ड ने कहा कि यहां फ्लडलाइट्स मैच कराने लायक नहीं है।
गॉल शहर में बारिश का अनुमान था। हंबनटोटा का स्टेडियम जंगल के पास बना है। ब्रॉडकास्टर्स ने ट्रांसपोर्टेशन दिक्कत की शिकायत की थी। साथ ही यहां के होटल स्टेडियम से करीब 45 मिनट की दूरी पर है, ऐसे में खिलाड़ियों को भी आने-जाने में दिक्कतें होतीं। इस कारण कैंडी और कोलंबो शहर को फाइनल किया गया था, लेकिन इन दोनों ही शहरों में अब तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
आखिरकार बीच टूर्नामेंट में ACC को वेन्यू शिफ्ट करने का फैसला लिया गया है।
पूर्व PCB चीफ ने इसे ACC का मिस-मैनेजमेंट बताया
भारत और पाकिस्तान के बीच 2 सितंबर को कैंडी के मैदान पर मुकाबला बारिश के कारण बेनतीजा रहा था। मैच के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के पूर्व चीफ नजम सेठी ने कहा, ‘बारिश की संभावना होने के बावजूद उसी जगह भारत-पाक मैच कराया जाना निराशाजनक है। PCB चेयरमैन के रूप में मैंने एशिया कप को UAE में कराने का सजेशन दिया था। लेकिन मेरे सजेशन ये कह के टाल दिए थे कि UAE में बेहद गर्मी रहेगी।
लेकिन पिछले साल इसी समय UAE में ही एशिया कप हुआ था। अप्रैल 2014 और सितंबर 2020 का IPL भी UAE में ही हुआ, तब तो किसी को ज्यादा गर्मी की शिकायत नहीं हुई थी। एशिया कप का मिस-मैनेजमेंट पूरी तरह से ACC और स्पोर्ट्स पर राजनीति के दबाव के कारण हुआ है।
श्रीलंका में सितंबर महीने में मैच कम होते हैं
श्रीलंका में सितंबर का समय रिटर्निंग मॉनसून का समय होता है, यानी इस दौरान भारी बारिश होती है। श्रीलंका बोर्ड तो खुद सितंबर के दूसरे सप्ताह के बाद यहां मैच कराना पसंद नहीं करता। साल 2018 से 2022 तक के आंकड़े देखें तो सितंबर के दौरान सिर्फ 2019 में 3 और 2021 में 6 मैच हुए थे। ये मुकाबले भी सितंबर के पहले सप्ताह में ही खत्म हो गए थे। इन मैचों के अलावा पिछले 5 साल में सितंबर के दौरान श्रीलंका में कोई मुकाबले नहीं हुए, ये सब जानते हुए भी ACC ने श्रीलंका में ही मैच रखे।
जय शाह हैं ACC के चीफ
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के चीफ हैं। एशिया कप की खऱाब शेड्यूलिंग पर बहस शुरू होने से पहले वर्ल्ड कप के शेड्यूल से जुड़े विवाद भी चर्चा में रहे हैं। वर्ल्ड कप भारत में 5 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। टूर्नामेंट से ठीक 100 दिन पहले ICC ने टूर्नामेंट का शेड्यूल जारी किया। आम तौर पर ICC साल भर पहले ही शेड्यूल की घोषणा कर देता है लेकिन इस बार बहुत ज्यादा देरी हुई।
इस बारे में पूछे जाने पर ICC की ओर से परोक्ष रूप से यही कहा गया कि जब तक BCCI शेड्यूल फाइनल नहीं करता तब तक हम कैसे कुछ भी घोषणा कर सकते थे। परेशानी यहीं खत्म नहीं हुई। कुछ दिन के बाद अहमदाबाद से डिमांड आई कि वे 15 अक्टूबर को भार-पाकिस्तान मैच होस्ट नहीं कर सकते, क्योंकि उस दिन नवरात्रि त्योहार की शुरुआत हो रही है और मैच के लिए सुरक्षा देना संभव नहीं था। कोलकाता ने भी डिमांड रखी कि 12 नवंबर को वहां होने वाला इंग्लैंड-पाकिस्तान मैच की तारीख भी बदली जाए। उस दिन काली पूजा है और कोलकाता में उस समय कोई और आयोजन कराना संभव नहीं था। इसके बाद वर्ल्ड कप रिवाइज्ड शेड्यूल जारी करना पड़ा।
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