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- 235 Crore Fine On Starbucks In Case Of Apartheid, Starbucks Racial Discrimination Case
नई दिल्ली4 दिन पहले
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दिग्गज कॉफी कंपनी स्टारबक्स को न्यू जर्सी के फेडरल जज ने 2019 के एक पुराने मामले में पूर्व कर्मचारी को 22.45 करोड़ रुपए का अतिरिक्त हर्जाना देने का आदेश दिया है। इससे पहले फेडरल जज ने स्टारबक्स को फिलाडेल्फिया में कंपनी की पूर्व रीजनल मैनेजर शैनन फिलिप्स को करीब 213 करोड़ का हर्जाना देने का आदेश दिया था।
2018 में कंपनी ने शैनन फिलिप्स को एक विवाद के बाद नौकरी से निकाल दिया था। जिसके बाद 2019 में शैनन ने कंपनी के खिलाफ उसके गोरे रंग होने के कारण नौकरी से निकाले जाने का आरोप लगा कर की शिकायत दर्ज की थी।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, मामला साल 2018 का है, जब नेल्सन और रॉबिन्सन नाम के दो अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिकों को कैफे से गिरफ्तार किया गया था।
दोनों नागरिकों ने बताया कि वे किसी बिजनेस मीटिंग के लिए कैफे में आए थे और किसी तीसरे व्यक्ति का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान कैफे का बाथरुम यूज करने से मना करने को लेकर विवाद हो गया और मामला बढ़ गया। जिसके बाद कर्मचारियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। फिर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।
इसके बाद पूरे इलाके में प्रदर्शन शुरू हो गया था, जिसके चलते स्टारबक्स को उस स्टोर को बंद करना पड़ा था। इस मामले के एक महीने बाद स्टरबक्स की फिलाडेल्फिया की रीजनल मैनेजर शैनन फिलिप्स को उनकी 13 साल की नौकरी के बाद निकाल दिया गया था। जबकि, दोनों लोगों की गिरफ्तारी के समय ना वो थीं ना ही उस मामले में उनका कोई हाथ था।
गिरफ्तारी के बाद हुए हंगामे के चलते स्टारबक्स को अपना यह कैफे बंद करना पड़ा था।
इसके बाद फिलिप्स ने कंपनी के खिलाफ साल 2019 में गलत तरीके से नौकरी से निकाले जाने की शिकायत दर्ज की थी। शिकायत में शैनन ने बताया कि उन्हें उनकी जाति और गोरे रंग के चलते नौकरी से निकाला गया है।
वहीं इस मामले में फिलिप्स के वकील लॉरा सी. मैटियासी ने कहा कि अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद कंपनी ने अपनी कार्रवाई दिखाने के लिए उनकी क्लाइंट को ‘बलि का बकरा’ बनाया था।
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