नई दिल्ली20 मिनट पहले
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नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की दो सदस्यीय निरीक्षण टीम ने एअर इंडिया के इंटरनल सेफ्टी ऑडिट में खामियां पाई हैं। अब नियामक इस मामले की जांच कर रहा है। हालांकि, एअर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि हम सभी एयरलाइंस रेगुलेटर्स के नियमित सुरक्षा ऑडिट का पालन करते हैं।
एयरलाइन पर 13 मामलों में फर्जी रिपोर्ट बनाने का आरोप
DGCA को सौंपी गई निरीक्षण रिपोर्ट के अनुसार, एयरलाइन को ऑपरेशन के कई क्षेत्रों जैसे केबिन सर्विलांस, कार्गो, रैंप और लोड की नियमित सिक्योरिटी स्पॉट जांच करनी थी। टीम ने 13 सेफ्टी पॉइंट की रैंडम जांच की, जिसमें पाया कि एयरलाइन ने सभी 13 मामलों में झूठी रिपोर्ट तैयार की।
जब टीम ने CCTV फुटेज, रिकॉर्डिंग, ऑडिटी स्टेटमेंट, शिफ्ट रजिस्टर सहित अन्य डॉक्यूमेंट को वेरिफाई किया तो रिपोर्ट फर्जी होने के बारे में पता चला।
एयरलाइन की रिपोर्ट में फ्लाइट सेफ्टी चीफ के हस्ताक्षर नहीं
DGCA की निरीक्षण टीम ने बताया कि एयरलाइन की फर्जी जांच रिपोर्ट में फ्लाइट सेफ्टी चीफ (CFS) के हस्ताक्षर नहीं थे। रिपोर्ट में क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम विभाग के एक अकाउंटिंग ऑडिटर के हस्ताक्षर थे। इसमें अकाउंटिंग ऑडिटर के नहीं बल्कि फ्लाइट सेफ्टी चीफ के हस्ताक्षर होने चाहिए थे।
वहीं, रिपोर्ट को टीम के द्वारा मांगे जाने के बाद गलत तरीके से तैयार किया गया। इसके साथ ही निरीक्षण दल ने बताया कि एयरलाइन समय पर फ्लाइट सेफ्टी ऑडिटर की लिस्ट उपलब्ध कराने में नाकाम रही। DGCA के डायरेक्टर जनरल विक्रम देव दत्त ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है।
हाल ही में एअर इंडिया ने नया लोगो अनवील किया
हाल ही में एअर इंडिया ने अपना नया लोगो अनवील किया। टाटा ग्रुप की एयरलाइन 15 महीने से इस पर काम कर रही थी। लंदन बेस्ड ब्रांड और डिजाइन कंसल्टेंसी फर्म फ्यूचर ब्रांड के साथ पार्टनरशिप में इस लोगो को डिजाइन किया गया है।
यह दिसंबर 2023 से एअर इंडिया के सभी विमानों पर दिखाई देगा। एअर इंडिया का पहला एयरबस A350 नए लोगो के साथ बेड़े में एंटर होगा। फ्यूचर ब्रांड ने अमेरिकन एयरलाइंस और ब्रिटिश लक्जरी ऑटोमोबाइल ब्रांड बेंटले के साथ ब्रांडिंग पर काम किया है।
एअर इंडिया का नया लोगो दि विस्ता सोने की खिड़की के फ्रेम के शिखर से प्रेरित है
₹18,000 करोड़ में टाटा ग्रुप ने खरीदी थी एयरलाइन
जनवरी 2022 में, टाटा ग्रुप ने एयरलाइन का मैनेजमेंट और कंट्रोल अपने हाथ में लिया था। इसे भारत सरकार से 18,000 करोड़ रुपए में खरीदा था। एअर इंडिया की शुरुआत अप्रैल 1932 में हुई थी। इसकी स्थापना उद्योगपति JRD टाटा ने की थी।
उस वक्त नाम टाटा एयरलाइंस हुआ करता था। JRD टाटा ने महज 15 की उम्र में साल 1919 में पहली बार शौकिया तौर पर हवाई जहाज उड़ाया था, लेकिन शौक जुनून बन गया और JRD टाटा ने अपना पायलट का लाइसेंस ले लिया।
15 अक्टूबर 1932 को एअर इंडिया ने भरी थी पहली उड़ान
एयरलाइन की पहली कॉमर्शियल उड़ान 15 अक्टूबर 1932 को भरी गई थी। तब सिर्फ सिंगल इंजन वाला ‘हैवीलैंड पस मोथ’ हवाई जहाज था, जो अहमदाबाद-कराची के रास्ते मुंबई गया था। प्लेन में उस वक्त एक भी यात्री नहीं थे बल्कि 25 किलो चिट्ठियां थीं।
चिट्ठियों को लंदन से ‘इम्पीरियल एयरवेज’ से कराची लाया गया था। यह एयरवेज ब्रिटेन का राजसी विमान था। इसके बाद साल 1933 में टाटा एयरलाइंस ने यात्रियों को लेकर पहली उड़ान भरी।
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