देश में भारत नाम को लेकर बहस छिड़ी हुई है. देश का ‘आधिकारिक’ नाम बदला जाएगा या नहीं, ये अभी पूरी तरह साफ नहीं है, लेकिन इस खबर को पुख्ता करने वाली चीजें लगातार सामने आ रही हैं.
अब G20 इवेंट से जुड़े नए पहचान पत्र (आइडेंटिटी कार्ड) सामने आए हैं. इनपर अब Indian offical की जगह Bharat Official यानी भारत के अधिकारी लिखा है. देखिए तस्वीर-
इतना ही नहीं आसियान समिट से जुड़े फंक्शन नोट्स पर नरेंद्र मोदी के साथ भारत के प्रधानमंत्री लिखा है. इससे पहले तक ऐसे फंक्शन नोट्स पर इंडिया के पीएम लिखा होता था. पीएम मोदी 7 सितंबर को इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने इंडोनेशिया जाएंगे.
एक और बात सामने आई है. इंडिया को बदलकर देश के नाम की जगह भारत लिखना मोदी सरकार पहले ही शुरू कर चुकी थी. दरअसल, जब पीएम मोदी पिछले महीने साउथ अफ्रीका और ग्रीस के दौरे पर गए थे. तब उनके फंक्शन नोट्स पर भी भारत के प्रधानमंत्री लिखा हुआ था. लेकिन इसपर ध्यान अब गया.
कैसे शुरू हुई भारत बनाम INDIA की बहस
मंगलवार को जी-20 का एक निमंत्रण पत्र सामने आया. G-20 के रात्रिभोज के इस इन्विटेशन कार्ड मेंराष्ट्रपति को प्रेसिंडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा गया. इसके बाद चर्चा गरम हो गई.
कांग्रेस के नेता जय राम रमेश ने तुरंत इस निमंत्रण पत्र को पकड़ा और कहा कि आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ को बदल दिया गया है, और ‘President Of Bharat” का इस्तेमाल किया गया है. यानी इंडिया शब्द को हटा दिया गया है.
जयराम रमेश के साथ साथ, 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए बने 28 दलों के गठबंधन INDIA ने भी बोलना शुरू कर दिया कि क्या अब INDIA की जगह भारत ही लिखा जाएगा.
खबरें आईं कि जी-20 के बाद संसद का जो विशेष सत्र बुलाया गया है उसमें देश का आधिकारिक नाम इंडिया से बदलकर भारत करने से जुड़ा प्रस्ताव लाया जाएगा.
वहीं, बीजेपी कह रही है कि भारत लिखा जाना गुलामी मानसिकता पर गहरी चोट है, पूर्व क्रिकेटर सहवाग ने तो ये भी कह दिया कि टीम इंडिया को वर्ल्ड कप में टीम भारत के नाम से खेलना चाहिए. इस विवाद से कुछ दिन पहले ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि देश के लिए इंडिया की जगह भारत शब्द का प्रयोग होना चाहिए.
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