सितंबर का महीना शुरू हो चुका है और ये केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए एक साथ तीन गुड न्यूज लेकर आया है. जीडीपी (GDP) से लेकर जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) तक के मोर्चे पर सरकार को बड़ी राहत मिली है. इसके साथ ही मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई (Manufacturing PMI) में लगातार 26वें महीने तेजी का सिलसिला बरकरार है. आइए एक-एक करके जानते हैं किस तरह भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के लिए आई इन अच्छी खबरों के बारे में…
GST से फिर भरा सरकार का खजाना
पहली गुड न्यूज की बात करें तो अगस्त का महीना केंद्र सरकार के लिए शानदार साबित हुआ है. अगस्त 2023 में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) के रिकॉर्ड कलेक्शन से सरकार का खजाना जमकर भरा है. राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को पीटीआई को बताया कि अगस्त 2023 में GST कलेक्शन 11 फीसदी बढ़कर मोटे तौर पर लगभग 1.60 लाख करोड़ रुपये रहा.
पिछले साल की समान अवधि में यानी अगस्त 2022 में वस्तु GST कलेक्शन 1,43,612 करोड़ रुपये रहा था. संजय मल्होत्रा की मानें तो मोटे तौर पर आंकड़े पहले के महीनों की तरह साल-दर-साल आधार पर 11 फीसदी की बढ़ोतरी के दायरे में हैं. वित्त मंत्रालय के मुताबिक, जुलाई 2023 में जीएसटी कलेक्शन 1,65,105 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था.
जीएसटी कलेक्शन के ताजा आंकड़ें इसलिए भी राहत देने वाले हैं, क्योंकि यह लगातार पांचवीं बार है, जब GST का कलेक्शन 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है. हालांकि, GST का पूरा डेटा अभी जारी नहीं किया गया है. सिर्फ कलेक्शन के बारे में राजस्व सचिव ने जानकारी दी है. यहां बता दें कि देश में साल 2017 में GST लागू किए जाने के बाद इस साल अप्रैल 2023 में सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन किया गया था. ये आंकड़ा रिकार्ड 1.87 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया था.
पहली तिमाही में 7.8% रही GDP
दूसरी गुड न्यूज जीडीपी के मोर्चे पर आई है. दरअसल, GDP Growth मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2023) में 7.8 फीसदी रही है, यह पिछली 4 तिमाहियों यानी एक साल में सबसे अधिक है. इससे पहले मार्च-2023 तिमाही में GDP ग्रोथ 6.1 फीसदी रही थी, जबकि पिछले साल जून तिमाही में लो बेस के चलते GDP ग्रोथ रेट 13.1 फीसदी दर्ज की गई थी. देश की जीडीपी ग्रोथ का ये आंकड़ा गुरुवार को जारी किया गया है, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जहां अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 8.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया था, तो वहीं तमाम रेटिंग एजेसिंयों का अनुमान इसके 7.8-8.5 फीसदी के बीच रहने का था.
पहली तिमाही के GDP के आंकड़े जारी करने के दौरान कहा गया कि सर्विस सेक्टर में मजबूत वृद्धि ने भी एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंदी (Global Recession) से उबरने में मदद की है. वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी रही थी. GDP Growth में तेजी के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से कैपिटल एक्सपेंडिपेंचर के लिए अपने खजाने खोलने, खपत से जुड़ी मजबूत मांग और सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में उछाल से का असर भी देखने को मिला है.
3 महीने के हाई पर मैन्युफैक्चरिंग PMI
तीसरी गुड न्यूज की बात करें तो 1 सितंबर 2023 को जारी किए गए आंपड़ों के मुताबिक, भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेजी बरकरार है. अगस्त महीने में एसएंडपी ग्लोबल परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) तीन महीने के उच्चतम स्तर 58.6 पर पहुंच गया है. बता दें कि ये लगातार 26वां महीना है जबकि मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 50 के स्तर से ऊपर रहा है. गौरतलब है कि PMI की 50 से ऊपर होना ग्रोथ और एक्टिविटीज में विस्तार का संकेत देता है, जबति इसका 50 से नीचे आना सेक्टर की गतिविधियों में संकुचन का संकेत देता है.
S&P Global इकोनॉमिक एसोसिएट डायरेक्टर पोलियाना डी लीमा (Pollyanna De Lima) ने कहा कि भारत के अगस्त पीएमआई आंकड़ों ने देश मैं मजूबत प्रोडक्ट एक्टिविटीज की एक अच्छी तस्वीर पेश की है. नए ऑर्डर की मात्रा और प्रोडक्शन में मजबूत बढ़त से पता चलता है कि भारत का मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर दूसरी तिमाही में देश के आर्थिक विकास में एक मजबूत योगदान देने के लिए तैयार है. इससे पहले जुलाई 2023 में ये 57.7 और जून में 57.8 रहा था.
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