India vs Japan Men Asian Hockey 5s WC: एक के बाद एक गोल, कुल मिलाकार 36 गोल… वो भी एक ही हॉकी के मुकाबले में, इनमें अकेले 35 तो टीम इंडिया की ओर से हुए. मनिंदर सिंह की अगुवाई में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियाई हॉकी 5एस वर्ल्ड कप क्वालीफायर के अपने अंतिम लीग मैच में गोलों की गोल की बारिश कर दी. टीम इंडिया ने शानदार हॉकी का खेल दिखाया और जापान को 35-1 से करारी शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बना ली. भारतीय टीम के सामने जापानी टीम असहाय नजर आई. टीम इंडिया ने पहले पांच मिनट के अंदर ही सात गोल कर दिए थे और इसके बाद भी जापानी टीम पर किसी तरह का रहम नहीं दिखाया.
मनिंदर सिंह ने दागे 10 गोल
भारत की तरफ से मनिंदर सिंह ने 10 गोल दागे. मोहम्मद राहिल ने सात, पवन राजभर और गुरजोत सिंह ने पांच-पांच, सुखविंदर ने चार, कप्तान मनिंदर सिंह ने तीन और जुगराज सिंह ने एक गोल किया. जापान की तरफ से एकमात्र गोल मसाताका कोबोरी ने किया.
मलेशिया को भी टीम इंडिया ने हराया
भारतीय टीम ने इससे पहले खेले गए मैच में मलेशिया को 7-5 से पटखनी दी थी. इस मैच में भारत की तरफ से गुरजोत ने पांच जबकि मनिंदर और राहिल ने एक-एक गोल किया. मलेशिया की तरफ से आरिफ इशाक, कप्तान इस्माइल अबू, मोहम्मद दीन, कमरुलजमां कमरुद्दीन और स्यारमन मत ने गोल किए. दिन की इन दो बड़ी जीत से टीम इंडिया एलीट पूल तालिका में 12 अंक लेकर पाकिस्तान के बाद दूसरे स्थान पर रहा जिससे वह सेमीफाइनल के लिए सीधे क्वालीफाई कर गया. भारत शनिवार को टूर्नामेंट का दूसरा सेमीफाइनल मैच खेलेगा.
हॉकी 5s कैसे कैसे है फील्ड हॉकी से अलग
हॉकी 5s, फील्ड हॉकी से अलग होता है. हॉकी 5s पारंपरिक फील्ड हॉकी का छोटा और तेज फॉर्मेट है, जहां प्रत्येक टीम पांच खिलाड़ियों के साथ खेलती है. यह क्रिकेट में T20 प्रारूप, रग्बी में रग्बी7 और बास्केटबॉल में 3×3 बास्केटबॉल फॉर्मेट की तरह है. हॉकी 5s की शुरुआत पहली बार साल 2013 में हुई थी.
इसके पीछे का मकसद खेल को तेज और अधिक मनोरंजक बनाते हुए दर्शकों को इसकी ओर आकृर्षित करना था. पहली बार हॉकी के इस फॉर्मेट को 2014 में चीन में आयोजित युवा ओलंपिक खेल के दौरान अंतरराष्ट्रीय मंच पर जगह दी गई थी. उसके बाद से हॉकी 5s की लोकप्रियता में लगातार तेजी देखी गई. इसे 60 से अधिक देशों में खेला जाता है. हॉकी खेल के बारे में लोग काफी कम ही जानते हैं.
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