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- Neeraj Chopra; World Athletics Javelin Throw Final 2023 LIVE Update | Manu DP, Kishore Jena
स्पोर्ट्स डेस्कएक मिनट पहले
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भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने रविवार रात इतिहास रच दिया। 25 साल के नीरज ने बुडापेस्ट में आयोजित वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत को गोल्ड मेडल दिला दिया।
इस चैंपियनशिप के 40 साल के इतिहास में भारत का पहला गोल्ड और ओवरऑल तीसरा मेडल है। पिछले सीजन में नीरज ने सिल्वर और महिला लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। यानी कि इस गोल्ड के साथ भारत के पास वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के तीनों रंग के मेडल हैं।
जेवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल मुकाबले में नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर भाला फेंका, जो उन्हें गोल्ड मेडल दिला गया। पाकिस्तान के अरशद नदीम (87.82 मीटर) को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। नदीम ने अपना सीजन बेस्ट स्कोर निकाला। चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच को ब्रॉन्ज मिला। उन्होंने 86.67 मीटर का डिस्टेंस निकाला। आगे पढ़िए पूरी मैच रिपोर्ट…
नीरज ने दूसरे प्रयास में गोल्डन थ्रो फेंका। उन्होंने 88.17 मीटर भाला फेंका।
पाकिस्तान के नदीम से नीरज को कड़ी चुनौती
फाइनल इवेंट में भारतीय स्टार नीरज चोपड़ा को अपने पाकिस्तानी प्रतिद्वंद्वी अरशद नदीम से कठिन चुनौती मिली, हालांकि नदीम कभी नीरज से आगे नहीं निकल सके। आगे पढ़िए अलग-अलग अटैम्प्ट में फाइनल का रोमांच…
- पहला : नीरज का पहला थ्रो फाउल रहा ओलिंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने फाउल से शुरुआत की। पहले प्रयास में फिनलैंड के ओलिवर हेलैंडर ने 83.38 मीटर स्कोर किया और टॉप पर रहे। नीरज चोपड़ा का अटैम्प्ट फाउल रहा और वे 12वें नंबर पर रहे। किशोर जेना ने 75.6 और डीपी मनु ने 78.44 मीटर थ्रो किया। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 74.80 मीटर डिस्टेंस तक भाला फेंका।
- दूसरा : टॉप पर आए नीरज नीरज ने दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर स्कोर कर जेवलिन फाइनल का बेस्ट स्कोर किया और पहला स्थान हासिल कर लिया। जो आखिरी तक कायम रहा। दूसरे अटैम्प्ट में किशोर जेना ने 82.82 और पाकिस्तान के अरशद ने 82.81 मीटर थ्रो किया। डीपी मनु का थ्रो फाउल रहा, जबकि जर्मनी के जुलियन वेबर 85.79 मीटर के साथ दूसरे और चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच 84.18 मीटर के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
- तीसरा: अरशद ने सीजन बेस्ट थ्रो किया तीसरे अटैम्प्ट में नीरज ने 86.32 मीटर थ्रो किया, उनके बाद अरशद नदीम ने 87.82 मीटर थ्रोकर नंबर-2 पोजिशन हासिल की। किशोर जेना का थर्ड अटैम्प्ट फाउल रहा, वहीं मनु ने 83.73 मीटर थ्रो किया।
- चौथा : अरशद ने फिर 87+ स्कोर किया नीरज ने चौथे अटैम्प्ट में 84.64 मीटर थ्रो किया, जबकि अरशद इस थ्रो में एक बार फिर नीरज के बेस्ट थ्रो के करीब पहुंचे, उन्होंने 87.15 मीटर थ्रो किया, लेकिन पहले नंबर पर नहीं आ सके। किशोर जेना ने चौथे प्रयास में 80.19 मीटर थ्रो किया, वहीं मनु का थ्रो फाउल रहा।
- पांचवां : नीरज ने 87+ डिस्टेंस निकाला, किशोर का पर्सनल बेस्ट चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच ने पांचवें अटैम्प्ट में 86.67 मीटर थ्रोकर तीसरा स्थान हासिल किया। नीरज ने इस अटैम्प्ट में 87.73 मीटर स्कोर किया, वहीं अरशद का थ्रो फाउल रहा। किशोर जेना ने अपना बेस्ट थ्रो कर 84.77 मीटर भाला फेंका और पांचवें नंबर पर पहुंचे। मनु 83.48 मीटर थ्रो फेंककर छठे नंबर पर रहे।
- छठा : अटैम्प्ट खत्म होने के साथ नीरज ने जीता ऐतिहासिक गोल्ड छठे अटैम्प्ट में भारत के डीपी मनु ने सबसे ज्यादा 84.14 मीटर स्कोर किया। इस राउंड में वादलेच और किशोर जेना का थ्रो फाउल रहा। अरशद नदीम 81.86 मीटर ही थ्रो कर सके और उन्हें सिल्वर मेडल के साथ संतोष करना पड़ा। नीरज ने 83.98 मीटर थ्रो किया, लेकिन दूसरे अटैम्प्ट में 88.17 मीटर के अपने स्कोर के कारण उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
किशोर 5वें और मनु छठे नंबर पर रहे
नीरज ने पहली बार वर्ल्ड एथलेटिक चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। भारत के किशोर जेना पांचवें और डीपी मनु छठे नंबर पर रहे। चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच ने तीसरे नंबर पर फिनिश कर ब्रॉन्ज मेडल जीता। वहीं जर्मनी के जूलियन वेबर चौथे नंबर पर रहे और मेडल जीतने से चूक गए।
आगे देखिए फाइनल की स्टार्ट लिस्ट
क्वालिफाइंग राउंड में नीरज ने सीजन का बेस्ट जेवलिन थ्रो किया था
नीरज ने क्वालिफाइंग राउंड के अपने पहले प्रयास में ही 88.77 मीटर थ्रो किया, जो उनका सीजन का बेस्ट स्कोर रहा। इसके साथ ही उन्होंने पेरिस ओलिंपिक का टिकट भी हासिल कर लिया।
नीरज ने इसी साल मई में दोहा डायमंड लीग में अपने सीजन का बेस्ट 88.67 मीटर हासिल किया था। ओलिंपिक, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के अलावा 25 साल के नीरज चोपड़ा डायमंड लीग चैंपियन भी हैं।
पिछले साल दिलाया था सिल्वर
नीरज चोपड़ा इस चैंपियनशिप के पिछले सीजन में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल दिलाया था। नीरज चोपड़ा ने ओरेगॉन में आयोजित प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया था। उन्होंने मेडल के लिए भारत के 19 साल के लंबे इंतजार को समाप्त कर दिया था।
कुछ देर में भारतीय मेंस 4×400 मीटर रिले टीम का
कुछ देर में बुडापेस्ट में जारी चैंपियनशिप का मेंस 4×400 मीटर रिले इवेंट की फाइनल रेस भी होगी। भारतीय टीम पहली बार पहुंची है। मेंस 4×400 मीटर रिले टीम ने शनिवार को एशियाई रिकाॅर्ड तोड़ा था।
भारतीय टीम ने हीट में 2 मिनट 59.05 सेकंड का समय निकाला।
चैंपियनशिप में भारत के नाम केवल 2 मेडल
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की शुरुआत 1983 से हुई। भारतीय एथलीटों ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अब तक केवल दो मेडल जीते हैं। अंजू बॉबी जॉर्ज पेरिस 2003 में विमेंस लॉन्ग जंप में ब्रॉन्ज मेडल के साथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं थीं। पिछले साल नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता था। अब तक चैंपियनशिप में किसी भारतीय ने गोल्ड नहीं जीता है।
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