नई दिल्ली3 दिन पहले
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टाटा ग्रुप की कंपनी टाइटन ने ऑनलाइन ज्वेलरी रिटेल ब्रांड ‘कैरेटलेन’ की 27.18% अतिरिक्त हिस्सेदारी 4,621 करोड़ रुपए में खरीदने का ऐलान किया है। टाइटन के पास कैरेटलेन की 71.09% हिस्सेदारी पहले से ही है, जो इस डील के बाद बढ़कर टोटल 98.28% हो जाएगी।
कैरटलेन एक अनलिस्टेड प्राइवेट कंपनी है, जो ज्वेलरी बनाने और बेचने का काम करती है। यह कंपनी टाइटन की सब्सिडियरी भी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैरेटलेन ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के CEO मिथुन सचेती ने अपनी 27.18% हिस्सेदारी टाइटन को बेची है।
इसके बाद टाइटन ने कहा कि इस डील के सभी ट्रांजैक्शन रेगुलेटरी अप्रूवल के बाद कैश बैलेंस और डेट के जरिए किए जाएंगे। फिलहाल, इस डील के पूरा होने के लिए केवल कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया का अप्रूवल बाकी है।
2018 के बाद सबसे बड़ी एग्जिट डील
साल 2018 में वॉलमार्ट ने 16 बिलियन डॉलर ( मौजूदा वैल्यू-13.35 हजार करोड़ रुपए) में फ्लिपकार्ट में 77% की हिस्सेदारी खरीदी थी। इसके बाद यह दूसरी सबसे बड़ी एग्जिट डील है, जिसमें मिथुन सचेती और उनकी फैमिली ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी टाइटन को बेच दी है।
शुक्रवार को टाइटन का शेयर 0.64% गिरकर 3,052 रुपए पर बंद हुआ।
वित्त वर्ष 22-23 में कंपनी का टर्नओवर 2,177 करोड़ रुपए था
2008 में प्योर ऑनलाइन ब्रांड के रूप में कैरेटलेन की शुरुआत के बाद 2022-23 में कंपनी का टोटल टर्नओवर 2177 करोड़ रुपए था। इस कंपनी में टाइटन ने पहली बार 2016 में इन्वेस्ट किया था। फिर तनिष्क के साथ मिलकर कंपनी ने काफी तेजी से ग्रोथ की थी। वहीं पिछले 3 फाइनेंशियल ईयर में कंपनी ने 74% CAGR की ग्रोथ की है।
टाइटन के MD ने कहा- यह कैरेटलेन की शुरुआत, अभी सफर लंबा है
टाइटन के मैनेजिंग डायरेक्टर CK वेंकटरमण ने इस डील पर कहा कि हमें भारत के कंज्यूमर पर पूरा भरोसा है। अभी कैरेटलेन की शुरुआत हुई है और इसे काफी लंबा रास्ता तय करना है। हम कंपनी के फाउंडर और MD मिथुन सचेती को कंज्यूमर की जरूरत के हिसाब से ब्रांड डेवलप करने के लिए धन्यवाद देते हैं। टाटा ग्रुप उनपर गर्व महसूस करता है और भविष्य में उनके निरंतर सफलता की कामना करता है।
वहीं कैरेटलेन के फाउंडर सचेती ने कहा- 15 साल पहले सुंदर और अफोर्डेबल ज्वेलरी बनाने का सपना दोनों ने मिल कर हासिल किया है। आज हमारा व्यवसाय जिस स्थिति में उस पर मुझे गर्व है।
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