उत्तर प्रदेश के बिजनौर में जिला अस्पताल से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जो स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है. वीडियो में सरकारी अस्पताल में सफाई करने वाला स्वीपर मरीजों का इलाज करता हुआ नजर आ रहा है.
स्वीपर अस्पताल में भर्ती मरीजों को स्लाइन की बोतल लगाते हुए और इंजेक्शन देते हुए दिखाई दे रहा है. मरीजों की जान जोखिम में डालने का यह वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर राधेश्याम परमाणी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने स्वीपर के खिलाफ भी कार्रवाई का दावा किया है.
यह मामला बिजनौर जिला अस्पताल का है जिसमें स्वीपर के पद पर तैनात नितिन नाम का कर्मचारी अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज करता हुआ नजर आ रहा है. वीडियो में एक नहीं बल्कि कई मरीजों का उसी ने इलाज किया.
यहां देखिए वीडियो
नितिन कोई डॉक्टर नहीं बल्कि सिर्फ एक स्वीपर है जो अस्पताल में साफ-सफाई करने का काम करता है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद जब मामला अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डॉक्टर राधेश्याम वर्मा के पास पहुंचा तो उन्होंने कहा कि यह गलत. अगर स्वीपर मरीजों का इलाज कर रहा है तो यह गंभीर मामला है, इसकी जांच कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि स्वीपर का काम अस्पताल में सफाई करना है, अगर वह इलाज कर रहा है तो इससे ज्यादा गंभीर बात और कुछ नहीं हो सकती है. मामले की जांच कराई जाएगी और जांच में दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
बता दें कि इससे पहले बांदा के जिला अस्पताल का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. वार्ड में भर्ती एक मरीज के बेड पर चढ़कर कुत्ता बिस्किट खाता हुआ नजर आया था जबकि एक गाय अस्पताल में घूम रही थी.
यह मामला जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का था, जहां भर्ती मरीज के बेड पर एक कुत्ता चढ़कर उसका बिस्किट खा रहा था. इसका वीडियो किसी मरीज के तीमारदार ने बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था.
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