नई दिल्ली. कोरोना का इस संकट में जहां आम आदमी के लिए बचत कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है. वहीं, एफडी (FD-Fixed Deposit) पर ब्याज दरें (FD Rates) घटने से निवेशकों को बड़ा झटका लगा है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों ने इसीलिए अब म्युचूअल फंड्स एसआईपी (How to Invest in SIP) में तेजी से निवेश बढ़ाया है. आंकड़ों के मुताबिक, साल 2020 के पहले छह महीनों में SIP के जरिये निवेश से 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का इन्वेस्टमेंट हुआ है. यह पिछले साल के मुकाबले 3 फीसदी ज्यादा है.
एसकोर्ट सिक्योरिटी के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल का कहना है कि शेयर बाजार में आई तेजी की वजह से एसआईपी इन्वेस्टमेंट बढ़ा है. पिछले एक महीने में डीएसपी टॉप-100 के साथ-साथ एक्सिस ब्लू चिप, बीएनपी पारिबा समेत ने 15 फीसदी का रिटर्न दिया है. आपको बता दें कि सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान आपको हर महीने एक निश्चित रकम को आपके पसंद की म्यूचुअल फंड्स स्कीम में डालने की सुविधा देता है.
ऐसे शुरू करें म्युचूअल फंड्स एसआईपी-आप चाहे तो एसआईपी के जरिए हर हफ्ते भी निवेश कर सकते हैं. निवेश में अनुशासन का बहुत महत्व है. सिप निवेश में अनुशासन को कायम रखता है. इसके अलावा यह नियमित रूप से निवेश जारी रखता है. बाजार में तेजी हो या मंदी आपका पैसा म्यूचुअल फंड्स में जाता रहता है. मसलन, अगर आपने किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में एक निश्चित रकम हर महीने डालने का फैसला किया तो आपको इसके लिए अलग से समय निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
जरूरी दस्तावेज तैयार रखें एसआईपी शुरू करने के लिए आपके पास कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स होने चाहिए. इनमें पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ, पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ और चेक बुक शामिल हैं.
चेक बुक इसलिए कि इसमें आपका खाता संख्या बगैरह भी होता है. अब 31 मार्च तक आधार को अपने म्यूचुअल फंड निवेश से लिंक करना जरूरी हो गया है.
केवाईसी है जरूरी म्यूचुअल फंड्स में निवेश शुरू करने के लिए नो योर कस्टमर (केवाईसी) अनिवार्य है. आपको नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, एड्रेस आदि जरूरी जानकारी देनी होगी. ये आपको सिर्फ एक बार देना है.
ये भी पढ़ें-खुशखबरी! WhatsApp पर 24 घंटे खुलेगा ये बैंक, एक मैसेज पर मिलेंगी कई सर्विसेज
ऑनलाइन भी केवाईसी यानी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. आप बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड, क्वांटम म्यूचु्ल फंड के अलावा कैम्स (CAMS) और कार्वी की बेवसाइट पर जाकर भी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं.
आपको बेसिक जानकारी और पैन और एड्रेस प्रूफ की सॉफ्ट कॉपी अपलोड करनी होगी. इसके बाद एक वीडियो कॉल शिड्यूल होगी, उसके जरिये आपकी फिजिकल उपस्थिति को जांचा जाएगा.
आधार नंबर के जरिये भी आप ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. हालांकि इसमें एक फंड हाउस में सालान अधिकतम 50 हजार निवेश की सीमा है.
आप इस तरह जुटा सकते हैं 5 करोड़ रुपए, भविष्य होगा सुरक्षित
कम उम्र में निवेश शुरू करना जरूरी: भविष्य में बड़ी रकम जुटाने के लिए सबसे जरूरी है कम उम्र में उपयुक्त इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट में निवेश शुरू करना.
उदाहरण के लिए, अगर कोई 24-25 साल की उम्र में 20 साल की प्लानिंग कर लेता है और फिर अनुशासित तरीके से निवेश करता जाता है, तो कोई शक नहीं कि 45 की उम्र के करीब पहुंचने पर वह उतनी रकम जुटा लेगा, जिसकी उसने प्लानिंग की थी.
एसआईपी है अच्छा तरीका- स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव बना रहता है, इसके बावजूद एसआईपी एक ऐसा तरीका है, जिससे आप तय समय में लक्षित रकम जुटाने की उम्मीद कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड्स में लगने वाले पैसे से औसतन आप 12 से 15 फीसदी रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं
रिटर्न पर निर्भर करता है निवेश- 15 फीसदी रिटर्न मिलने की स्थिति में 20 साल में 5 करोड़ रुपए जुटाने के लिए आपको हर महीने 33,000 रुपए जमा करने होंगे. वहीं अगर 12 फीसदी रिटर्न की उम्मीद की जाए, जो थोड़ा व्यावहारिक है तो आपको 20 साल में 5 करोड़ रुपए जुटाने के लिए लगभग 50,000 रुपए प्रति महीने जमा करने होंगे.
दो-तीन म्यूचुअल फंड्स का ही करें चयन- अक्सर दो से तीन म्यूचुअल फंड्स का चयन ही बेहतर रहता है. अपने पोर्टफोलियो को दो-तीन तक सीमित रखने से इनका मैनेजमेंट आप अच्छी तरह से कर सकते हैं. आप इस प्रक्रिया में फाइनेंशियल एक्सपर्ट की मदद से निवेश के लिए बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड और अच्छा रिटर्न देने वाले स्मॉल कैप, मिडकैप, इन्फ्रास्ट्रक्चर स्कीम्स आदि का चयन कर सकते हैं.
.
Tags: Mutual fund, Mutual fund investors, Mutual funds, Returns of mutual fund SIPs
FIRST PUBLISHED : July 25, 2020, 09:19 IST
hindi.news18.com
Source link