परमाणु संपन्न देश नॉर्थ कोरिया लंबे समय से जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने की कोशिशों में लगा हुआ है. हालांकि, अब तक उसे सफलता नहीं मिली है. गुरुवार को नॉर्थ कोरिया का दूसरी सैटेलाइट लॉन्चिंग भी फेल हो गई. इसे अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सैन्य गतिविधि पर नजर रखने के लिए लॉन्च किया गया था.
नॉर्थ कोरिया की सेना के मुताबिक रॉकेट बूस्टर के तीसरे चरण में समस्या आने के बाद उनका जासूसी सैटेलाइट विफल हो गया. हालांकि, इस नाकामी के बाद भी नॉर्थ कोरिया के वैज्ञानिकों का मनोबल कम नहीं हुआ है. उनका कहना है कि अक्टूबर में वह तीसरी बार सैटेलाइट लॉन्च करने की कोशिश करेंगे.
दुर्घटनाग्रस्त होकर समुद्र में गिर गया था रॉकेट
इससे पहले नॉर्थ कोरिया ने मई महीने में सैटेलाइट लॉन्चिंग की पहली कोशिश की थी, तब चोलिमा-1 (Chollima-1) रॉकेट लॉन्च किया गया था, लेकिन यह मिशन सफल नहीं हो पाया था और रॉकेट दुर्घटनाग्रस्त होकर समुद्र में गिर गया था.
इमरजेंसी सिस्टम में गड़बड़ी से फेल हुआ मिशन
दरअसल, नॉर्थ कोरिया की योजना जासूसी सैटेलाइट की फ्लीट बनाने की है. इसी क्रम में वह अपना पहले मिशन जल्द से जल्द पूरा करना चाहता है. गुरुवार को फेल हुए रॉकेट के बारे में बताया कि पहले और दूसरे चरण में उसकी उड़ान सामान्य थी. लेकिन तीसरे चरण की उड़ान के बीच इमरजेंसी ब्लास्टिंग सिस्टम में गड़बड़ी हो गई और लॉन्चिंग सफल नहीं हो पाई.
समुंदर में मिला था चोलिमा-1 का मलबा
इससे पहले 31 मई को भी तनाशाह किम जोंग उन के मंसूबों पर पानी फिर गया था. इस दिन उसने अपना पहला सैन्य जासूसी उपग्रह लॉन्च किया, लेकिन वह फेल हो गया था. जापान और दक्षिण कोरिया की सरकार ने तब बताया था कि उन्हें समुंदर में उपग्रह का मलबा मिला. दक्षिण कोरिया और जापान के मीडिया ने बताया था कि नॉर्थ कोरिया का पहला प्रक्षेपण के फेल हो गया है. हालांकि, उत्तर कोरिया की तरफ से तब कोई बयान नहीं आया था.
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