2 घंटे पहले
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बॉक्स ऑफिस पर अब भी ‘ओ माय गॉड-2’ का जलवा बरकरार है। फिल्म के साथ-साथ एक्टर अक्षय कुमार, पंकज त्रिपाठी, यामी गौतम के अभिनय और डायरेक्शन और राइटिंग के लिए अमित राय की तारीफ हो रही है। वहीं अब फिल्म के डायरेक्टर और राइटर अमित राय ने हाल ही मेंं दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने फिल्म की मेकिंग और उस दौरान आई चुनौतियों के बारे में बात की।
बच्चे के जी-मेल अकाउंट हैक करने पर आया पर आया फिल्म का आइडिया
डायरेक्टर ने बताया कि उन्हें फिल्म का आइडिया खुद अपने बेटे से जुड़ी एक घटना के बाद आया। उन्होंने कहा- एक बार मेरे बेटे ने मेरा जी-मेल अकाउंट का पासवर्ड क्रैक कर लिया था। उस समय वह सातवीं-आठवीं में पढ़ता था। मैंने वाइफ से बात की। मेरे दिमाग में यह बात बैठ गई कि अकाउंट क्रैक करके उसमें कुछ भी देख सकते हैं। यह मोबाइल तो मेरे बच्चे को कुछ भी बताएगा। उसी समय कहानी का आइडिया आया कि बाप-बेटे की ऐसी कहानी हो, जिसमें बेटे को ऐसा कुछ बरगलाया गया हो और उसके बाप को कैसे फेस करना है, जो पता ही नहीं चलता।
इस तरह दूसरा-तीसरा इनपुट जोड़कर इसका जन्म हुआ। कहानी की तह में जाने लगा, तब पता चला कि हमारे शास्त्र में सब कुछ पहले से उपलब्ध है। वहीं से उठा-उठाकर फिल्म की कहानी लिखना शुरू कर दिया।
9 प्रोडक्शन हाउस ने ‘ओएमजी-2’ को बनाने से मना कर दिया था
अमित ने आगे कहा- ‘प्रोड्यूसर अश्विन वर्दे से पहले ‘ओएमजी-2’ की कहानी को 9 प्रोडक्शन हाउस लेकर गया, लेकिन सबने मना कर दिया। इसमें सोनी भी है, करण जौहर, आशुतोष गोवारिकर का प्रोडक्शन हाउस भी है। ऐसे 9 लोगों ने इसका सब्जेक्ट बोल्ड बताते हुए नकार दिया। सबने कहा कि हम ऐसे सब्जेक्ट पर फिल्म नहीं बना सकते। आखिर में अश्विन वर्दे से मिला, तब उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी कहानी है। हम इस फिल्म बनाते हैं। फिर अश्विनी वर्दे, राजेश बहल और विपुल डी शाह मिलकर कहानी सुनी।
अमित ने की अक्षय की तारीफ
अमित बोले- ‘मैंने बाद में जब एक-एक करके मना करने वाले निर्माताओं का नाम सुनाया, तब उन्होंने कहा कि मुझे पहले क्यों नहीं बताया। मैंने कहा कि आपको कहानी अच्छी लगी, इसलिए सोचा चलो इस पर काम करते हैं। अक्षय कुमार जब बोर्ड पर आए, तब उन्होंने कहा कि इसे हंड्रेड पर्सेंट करनी चाहिए। अगर पटरी तोड़कर कोई कहानी कहनी है, तब आज के टाइम में अक्षय कुमार ऐसे एक्टर्स हैं, जो बोलेंगे कि चलो बनाते हैं।’
स्क्रिप्ट की वजह से काम करने के लिए तैयार हुईं यामी गौतम
आज के टाइम में जो स्टार है, वह फिल्म में यामी गौतम की तरह का नेगेटिव रोल नहीं करना चाहेगा। इतने छोटे से कैरेक्टर में लाजवाब काम कर जाना, इसे यामी ही कर सकती थीं। इस फिल्म में काम करने के लिए यामी गौतम से मैं बात करके लाया।
यामी ने मुझसे कहा था- ‘मैं यह फिल्म इसलिए कर रही हूं, क्योंकि इसकी यह फिल्म इंपोर्टेंट है।’ उन्होंने साफ तौर पर कहा था- ‘यह रोल मेरे लिए नहीं है। इसे करने से कल को मुझे नुकसान ही होगा, क्योंकि लोग मुझे निगेटिव में ही देखेंगे। लोग मुझे छोटे-छोटे कैरेक्टर पुश करने लगेंगे। लेकिन यह कहानी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। इसके लिए मेरा नुकसान भी होगा, तब भी मैं यह फिल्म करूंगी।’
महाकाल और मुंबई में हुई है शूटिंग
फिल्म का ओरिजनल हिस्सा मध्यप्रदेश स्थित महाकाल मंदिर में शूट कर लिया था। इसके अलावा कोर्ट आदि का हिस्सा मुंबई में सेट खड़ा करके शूट किया। ऐसा समझिए कि 65 मध्यप्रदेश और 35 पर्सेंट मुंबई में शूट किया गया। मुंबई में जो कोर्ट रूम बना है, उसकी डिजाइन मध्यप्रदेश के कोर्ट की है। इस सेट को बनाने में 20 से 25 दिन लगे थे, क्योंकि यह काफी बड़ा सेट था। इसकी शूटिंग में ही कुल 50 दिन लगे।
सीन फिल्माते समय पंकज त्रिपाठी कांप रहे थे:
सुबह 6 बजे उठकर नदी के ठंडे पानी में नहाने वाला सीन एक्टर के लिए कठिन होता था, क्योंकि जब शूटिंग कर रहे थे, वह ठंडी का मौसम था। एक बार पंकज त्रिपाठी के साथ नहाने का सीन शूट कर रहा था, तब ठंडे पानी में नहाते हुए कांप रहे थे। पहली बार पंकज त्रिपाठी नंगे बदन दिखे हैं। फिल्म में अक्षय कुमार को भी रियल नहाते हुए दिखाया गया है।
पूरी फिल्म में भभूत लगाए दिखाई दे रहे हैं: अमित
पहले दिन अक्षय कुमार शूटिंग करने महाकाल आए थे। वहां दर्शन करने गए, तब उनके सिर पर किसी ने भभूत रगड़ दिया। उन्होंने कहा कि इसे लगा रहने देते हैं। इसे निकालने का मेरा मन नहीं है। आज फिल्म देखकर लोग कह रहे हैं कि वे महाकाल लग रहे हैं। यह भभूत का चमत्कार है, जहां हाथ ऊपर उठाकर सबको हाय कह रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि जैसे साक्षात शंकर भगवान खुद सबको वेव कर रहे हों। यह भभूत का चमत्कार है। यह सीन पहले दिन शूट हुआ है, इसलिए पूरी फिल्म में उनके माथे पर भभूत लगाई गई।
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